ऊपरवाले बड़े दयालु हैं.......
एक राजा का एक विशाल फलों का बगीचा था।
उसमें तरह-तरह के फल लगते थे।
उस बगीचे की सारी देख-रेख एक किसान अपने परिवार के साथ करता था और वो किसान हर दिन बगीचे के ताजे फल लेकर राजा के राजमहल में जाता था।
एक दिन किसान ने पेड़ों पर देखा कि नारियल, अनार, अमरूद और अंगूर आदि पककर तैयार हो रहे हैं।
फिर वो किसान सोचने लगा कि आज कौन सा फल राजा को अर्पित करूं?
और उसे लगा कि आज राजा को अंगूर अर्पित करने चाहिए क्योंकि वो बिल्कुल पक कर तैयार...
उसमें तरह-तरह के फल लगते थे।
उस बगीचे की सारी देख-रेख एक किसान अपने परिवार के साथ करता था और वो किसान हर दिन बगीचे के ताजे फल लेकर राजा के राजमहल में जाता था।
एक दिन किसान ने पेड़ों पर देखा कि नारियल, अनार, अमरूद और अंगूर आदि पककर तैयार हो रहे हैं।
फिर वो किसान सोचने लगा कि आज कौन सा फल राजा को अर्पित करूं?
और उसे लगा कि आज राजा को अंगूर अर्पित करने चाहिए क्योंकि वो बिल्कुल पक कर तैयार...