अक्सर तेरी यादों में
अक्सर तेरी यादों में खो जाते हैं हम
हमें हीं नहीं पता ख़ुद को कहाँ पाते हैं हम ॥
रूठ कर मेरी जवानी तेरे पास चली जाती है
गम हार कर क्या करे ख़ुद को सौंप देते...
हमें हीं नहीं पता ख़ुद को कहाँ पाते हैं हम ॥
रूठ कर मेरी जवानी तेरे पास चली जाती है
गम हार कर क्या करे ख़ुद को सौंप देते...