बिरजू था परिवार का जान,पर क्यों दी अपनी जान!
कहानी है एक ऐसे मज़दूर की जो कभी अपने परिवार के लिए जान छिड़कता था /
नाम था उसका बिरजू ,वह हमेशा काम की तलाश में घर से बहार ,बाजार के चौक में जाता और प्रतिदिन का काम तलाशता था/Ek din use Ek thekedar...
नाम था उसका बिरजू ,वह हमेशा काम की तलाश में घर से बहार ,बाजार के चौक में जाता और प्रतिदिन का काम तलाशता था/Ek din use Ek thekedar...