...

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प्रेम पत्र (नए दौर में कबूतर वाला प्यार)
मेरी प्यारी जान,

आज जब पुरानी यादों की किताब खोलकर बैठा हूँ,
तो आपकी लिखी हुई वो चिट्ठियाँ जैसे ज़िंदा हो उठी हैं।
वो हर शब्द, हर पंक्ति जैसे आज भी मेरे दिल में धड़कती है।
याद है वो दिन, जब आप चुपके से चिट्ठी लिखकर भेजते थे,
और मैं बेसब्री से डाकिये का इंतजार करता था।
आपका लिखा हुआ "मेरे जान, कैसे हो आप?" पढ़ते ही,
जैसे दिल खुशी से झूम उठता...