आखरी शब्द🥺🥺🥺🥺
#आखिरीशब्द
आखिरी शब्द कोई नहीं जानता कब किसके हो
फिर रात के बाद सुबह ना हो
या सुबह के बाद रात न हो
या कभी बात न हो
आज है कल होना हो
मेरे पापा बीमार पड़ गए हम देख भाल करते थे उनकी बहुत अच्छे से लेकिन उनकी ड्रिंक करने के
कारण दोनो किडनी फेल हो गई लेकिन उनके आखरी इच्छा उनको स्मोकिंग करना था और मैने
उनको वो नही करने दिया वो बोलना बहुत कुछ चाहते थे लेकिन बोल नहीं पाए चुप चाप वो आंखे बंद कर आखरी सांस ली और चले गए उनके आखरी शब्द यही थे मुझे स्मोकिंग करनी है
हमारे पास पैसे नही थे उनके इलाज के लिए फिर मेने तय किया अपनी जेवर गिरवी रख दूं
उससे पहले वो चले गए मम्मी कहना चाहती थी की उनको बेटी उनसे बहुत प्यार करती ह लेकिन
न वो ठीक हुए न कुछ कह सके 🥺🥺🥺🥺
फिर मम्मी की तबियत बिगड़ी उनको निमोनिया हो गया था और ऑक्सीजन लेवल खतम था 0 हो
उनकी दवाई के मेने पैरो की पायल और बहुत सी चीजे बेच दी में बहुत रोई लेकिन ये सोच जेवर से ज्यादा कीमती मां है 🥺🥺🥺🥺🥺🥺
उनसे बताना था उनसे बहुत कुछ कहना था लेकिन नही कह पाई और मुझसे झगड़ा करते हुए गई दुबारा उस चौखट पे वापिस आई तो बॉडी के रूप में जिसको में लेकर न जाने कहां कहां भागी लेकिन में कुछ नही कर सकी 🥺🥺🥺🥺🥺🥺
वो भी मुझसे बिना कुछ कहे चली गई इस दुनिया से में कुछ न कर सकी सिवाए हॉस्पिटल लेकर भाग रही थी लेकिन किसी ने मेरी मदद नही की न
उनको चेक किया न हाथ लगाया सिस्टम बहुत खराब है बाहर का🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺
में बात करना चाहती थी लेकिन मेरी कोई बात नही हुई बात मेरी 13 वे दिन हुई जब आखरी विधि थी तब वो मुझसे मिलने आई रात 3:00 और सुभा उनके लिए पूजा थी खाना निकालना था और उन्होंने ये जानना चाहा क्या क्या बना है
पहले उन्होंने मुझे रोका और पूछा तू कहां जा रही मेने जवाब दिया तुम्हारे पास आ रही थी उन्होंने बोला नही में तेरे पास आ रही हूं तू वहीं रुक तू ठीक है फिर बहुत दुखी हुई और रोने लगी बोली
इतनी जल्दी सब हो गया कुछ समझ नहीं आया मेरे साथ एक और लेडिस आई है वो अपने घर गई है मुझे तुझे मिलने भेजा है और अपना ध्यान रख खाने में की क्या बना है मेने उनकी पसंद का सबकुछ रखा बस लड्डू भूल गई मुझे मिले नहीं उन्होंने बोला लड्डू कहां है मेने बोला कल लाऊंगी बोली फिर ठीक है इतने बात होते मेरी आंखे खुल गई और फिर मुझे याद आया में लड्डू नही लाई सुभा होते पहले लड्डू लाई और फिर उनको लड्डू बहुत पसंद थे फिर किसी को कुछ बोलना बताना या बात करनी होती हम सपने में बात करते यही है अभी भी मुझे पहले बता देती है क्या होने वाला है
और हमारी बातें होती रहती है
जो इंसान मर जाता है उनके आखरी शब्द कोई सुनता या कोई नही कुछ ऐसे भी होते है जो सपनो में दिखाई देते है और अपनी इच्छा रखते है यही उनके आखरी शब्द होते है 🥺🥺🥺🥺🥺
© Teri Meri baten
आखिरी शब्द कोई नहीं जानता कब किसके हो
फिर रात के बाद सुबह ना हो
या सुबह के बाद रात न हो
या कभी बात न हो
आज है कल होना हो
मेरे पापा बीमार पड़ गए हम देख भाल करते थे उनकी बहुत अच्छे से लेकिन उनकी ड्रिंक करने के
कारण दोनो किडनी फेल हो गई लेकिन उनके आखरी इच्छा उनको स्मोकिंग करना था और मैने
उनको वो नही करने दिया वो बोलना बहुत कुछ चाहते थे लेकिन बोल नहीं पाए चुप चाप वो आंखे बंद कर आखरी सांस ली और चले गए उनके आखरी शब्द यही थे मुझे स्मोकिंग करनी है
हमारे पास पैसे नही थे उनके इलाज के लिए फिर मेने तय किया अपनी जेवर गिरवी रख दूं
उससे पहले वो चले गए मम्मी कहना चाहती थी की उनको बेटी उनसे बहुत प्यार करती ह लेकिन
न वो ठीक हुए न कुछ कह सके 🥺🥺🥺🥺
फिर मम्मी की तबियत बिगड़ी उनको निमोनिया हो गया था और ऑक्सीजन लेवल खतम था 0 हो
उनकी दवाई के मेने पैरो की पायल और बहुत सी चीजे बेच दी में बहुत रोई लेकिन ये सोच जेवर से ज्यादा कीमती मां है 🥺🥺🥺🥺🥺🥺
उनसे बताना था उनसे बहुत कुछ कहना था लेकिन नही कह पाई और मुझसे झगड़ा करते हुए गई दुबारा उस चौखट पे वापिस आई तो बॉडी के रूप में जिसको में लेकर न जाने कहां कहां भागी लेकिन में कुछ नही कर सकी 🥺🥺🥺🥺🥺🥺
वो भी मुझसे बिना कुछ कहे चली गई इस दुनिया से में कुछ न कर सकी सिवाए हॉस्पिटल लेकर भाग रही थी लेकिन किसी ने मेरी मदद नही की न
उनको चेक किया न हाथ लगाया सिस्टम बहुत खराब है बाहर का🥺🥺🥺🥺🥺🥺🥺
में बात करना चाहती थी लेकिन मेरी कोई बात नही हुई बात मेरी 13 वे दिन हुई जब आखरी विधि थी तब वो मुझसे मिलने आई रात 3:00 और सुभा उनके लिए पूजा थी खाना निकालना था और उन्होंने ये जानना चाहा क्या क्या बना है
पहले उन्होंने मुझे रोका और पूछा तू कहां जा रही मेने जवाब दिया तुम्हारे पास आ रही थी उन्होंने बोला नही में तेरे पास आ रही हूं तू वहीं रुक तू ठीक है फिर बहुत दुखी हुई और रोने लगी बोली
इतनी जल्दी सब हो गया कुछ समझ नहीं आया मेरे साथ एक और लेडिस आई है वो अपने घर गई है मुझे तुझे मिलने भेजा है और अपना ध्यान रख खाने में की क्या बना है मेने उनकी पसंद का सबकुछ रखा बस लड्डू भूल गई मुझे मिले नहीं उन्होंने बोला लड्डू कहां है मेने बोला कल लाऊंगी बोली फिर ठीक है इतने बात होते मेरी आंखे खुल गई और फिर मुझे याद आया में लड्डू नही लाई सुभा होते पहले लड्डू लाई और फिर उनको लड्डू बहुत पसंद थे फिर किसी को कुछ बोलना बताना या बात करनी होती हम सपने में बात करते यही है अभी भी मुझे पहले बता देती है क्या होने वाला है
और हमारी बातें होती रहती है
जो इंसान मर जाता है उनके आखरी शब्द कोई सुनता या कोई नही कुछ ऐसे भी होते है जो सपनो में दिखाई देते है और अपनी इच्छा रखते है यही उनके आखरी शब्द होते है 🥺🥺🥺🥺🥺
© Teri Meri baten