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मै अपराधी नहीं हूँ !!!! (last-pt)
बाबा ने पंखे पर लटक के आत्म्यहत्य कर ली थी....

सारा शक मेरे उप्पर था. आई ने भी statement दे दिया था की मै उस रात अपने room से निकल के living room की ओर गया था. आई ने कहा " रात को झगड़ा हुआ था तब ये संकल्प, इनके उप्पर मारने के लिए दौड़ पड़ा था, मरने से पहिले रात को वोह मेरे कमरे मे आए थे, मेरी और कुशाली की तरफ देखा और संकल्प के कमरे के ओर जाते वक्त last time देखा था सर मैंने. फिर वहा से लौटते वक्त मैंने नहीं देखा सर. कहते है जोह दूसरे के लिए खड्डा खोदते है वह खुद खड्डे मे गिरते है ".
मेरे पैरो तले जमीन सरक गयी थी. कुछ समझ नहीं आ रहा था. ह ह हा हा बिना कुछ किये ही 8 साल की सजा. so how's that. "क्या बात है यार, solid मस्त मस्त, इस साल filmflare पक्का, क्यू रमेश?", producer बोले . अरे ! धन्यवाद सर. मै उनकी तरफ ख़ुशी से देख रहा था. उनोन्हे फ़ोन घुमाया और बोले, "देख मे तेरे पास एक writer को भेज रहा हूँ, उसे वोह ड्रावर से check निकाल के दे देना. अरे msg करता हूँ. हा! ठीक है. और यहाँ से मेरी journey शुरू होती है.


© S.R.B.