बहस
इस बात पर बहस छिड़ गयी मन में
कि किस बात पर अब रोया जाए
एक से बड़े एक दर्द हैं यहाँ पर
आखिर कितनों को अब ढ़ोया जाए
तो मन में ही एक सभा सजी
टेबल लगा और कुर्सियाँ लगी
फिर कहीं से कुछ ख्याल आये
और साथ मे अपने तर्क भी लाये
कोई...
कि किस बात पर अब रोया जाए
एक से बड़े एक दर्द हैं यहाँ पर
आखिर कितनों को अब ढ़ोया जाए
तो मन में ही एक सभा सजी
टेबल लगा और कुर्सियाँ लगी
फिर कहीं से कुछ ख्याल आये
और साथ मे अपने तर्क भी लाये
कोई...