काबिल
हाँ, सही सुना तुमने काबिल |तुमने मुझे काबिल बना दिया, पहले मैं कैसा आलसी सा था ना कोई काम करता था, ना जिंदगी का कुछ पता था कि ये जिंदगी कहाँ जा रही है |फिर तुम मुझे मिली तो मैंने खाली इतना जाना कि खाना सोना ओर तुम मतलब कि बस तुम से बात करते रहना या तुम्हारे साथ घूमना या मिलना बस यही करता था |पर क्या मैं सही था एक दिन तुमने पूछा भी की तुम कुछ नहीं करते बस यूँ ही घूमते रहते हो ओर मैं खुश होके हाँ बोला, तुमने मुझे उस दिन समझाया लेकिन मैं...