विदाई
सारा माहौल खुशनुमा था आज रोली की सगाई जो थी। पूरा घर मेहमानो से खचाखच भरा पड़ा था। पर जिससे उसकी सगाई हो रही थी।मानव उसे वह जानती नही थी। उसके पापा ने अचानक ही उसका रिश्ता पक्का कर दिया।
लेकिन वो अमित को चाहती थी बचपन से दोनों साथ साथ खेले पढे, बडे हुए। अमित उसका पडोसी होने के साथ साथ उसका अच्छा दोस्त भी था। वो उससे अपनी हर बात शेयर करती। अमित भी उसे बहुत चाहता था। पर नौकरी के लिए इंटरव्यू देने दूसरे शहर में गया।
दूसरी तरफ रोली के पापा को दिल का दौरा पड गया। उस वक्त मानव ही उनको अस्पताल ले गया था। मानव के सीधेपन, सरल शांत, सौम्य सुंदर स्वभाव ने उसके पापा के दिल में जगह बना ली।
उन्होने रोली को भी सगाई के लिए मना लिया।
ये खबर जब अमित को मिली तो वो दौडता हूआ रोली के घर पहुचा।
रोली उसे देखते ही रोने लगी। अमित ने भी उसे गले लगा लिया और रोने लगा। उसे ऐसा लगा कि दुनिया की सबसे प्यारी चीज उससे छीन गयी।उसके सारे सपने, सारी खुशिया सब खत्म हो गई थी जैसे वो किसी भी कीमत पर उसे खोना नहीं चाहता था।
लेकिन वो अमित को चाहती थी बचपन से दोनों साथ साथ खेले पढे, बडे हुए। अमित उसका पडोसी होने के साथ साथ उसका अच्छा दोस्त भी था। वो उससे अपनी हर बात शेयर करती। अमित भी उसे बहुत चाहता था। पर नौकरी के लिए इंटरव्यू देने दूसरे शहर में गया।
दूसरी तरफ रोली के पापा को दिल का दौरा पड गया। उस वक्त मानव ही उनको अस्पताल ले गया था। मानव के सीधेपन, सरल शांत, सौम्य सुंदर स्वभाव ने उसके पापा के दिल में जगह बना ली।
उन्होने रोली को भी सगाई के लिए मना लिया।
ये खबर जब अमित को मिली तो वो दौडता हूआ रोली के घर पहुचा।
रोली उसे देखते ही रोने लगी। अमित ने भी उसे गले लगा लिया और रोने लगा। उसे ऐसा लगा कि दुनिया की सबसे प्यारी चीज उससे छीन गयी।उसके सारे सपने, सारी खुशिया सब खत्म हो गई थी जैसे वो किसी भी कीमत पर उसे खोना नहीं चाहता था।