अधूरी मोहब्बत ...❤️
तुम्हें याद नहीं होगा कुछ भी...
आखिरी बार कब हंसी थी आखिरी बार कब रोए थे और आखिरी बार गुस्सा कब आया था नही याद रहता मुझे कुछ !
मगर आखिरी बार तुम पर प्यार कब आया था!
मत पूछना, मेरी पलकें जितनी बार झपकती है समझो तुम्हें उतना प्यार किया मैनें !
सांस जितनी बार ली समझो उतना प्यार किया मैनें,
जो लिख रही हूं दिल की सियाही से पढ़ना एक...
आखिरी बार कब हंसी थी आखिरी बार कब रोए थे और आखिरी बार गुस्सा कब आया था नही याद रहता मुझे कुछ !
मगर आखिरी बार तुम पर प्यार कब आया था!
मत पूछना, मेरी पलकें जितनी बार झपकती है समझो तुम्हें उतना प्यार किया मैनें !
सांस जितनी बार ली समझो उतना प्यार किया मैनें,
जो लिख रही हूं दिल की सियाही से पढ़ना एक...