सत्य घटना।
यह घटना कल ही की है मैं और मेरे हसबैंड रामपुर से लौट रहे थे उस घटना में पूरी तस्वीरें नहीं आ रही थी इसलिए मुझे अलग से थोड़ा बहुत लिखना पड़ा
जब से थोड़ा बहुत लिखने लगी हूं
इस तरह तस्वीर खिंचवा कर में कुछ ना कुछ लिखती रहती हूं
प्रकृति से बहुत प्यार है मुझे इसलिए
खेत खलियान बहुत पसंद है मुझे
गांव की नहीं हूं पर गांव बहुत अच्छे लगते हैं मुझे
यह ट्यूबवेल है जिस पर मैंने बैठ कर फोटो खिंचवाई है आप लोग शायद जानते होंगे इससे खेतों में पानी जाता है वहीं पर हमें वह अम्माजी मिली थी उनके ऊपर जो घटना लिखिए मेरे हस्बैंड ने लिखी है ऐसे लोग दुनिया में हजारों मिलेंगे सब को ढूंढ पाना बहुत मुश्किल है ना ही हम सबकी मदद कर सकते अगर सभी मिलकर थोड़ी थोड़ी मदद करें इन लोगों का भला हो सकता है धन्यवाद 😊🙏🏻🙏🏻।।
जब से थोड़ा बहुत लिखने लगी हूं
इस तरह तस्वीर खिंचवा कर में कुछ ना कुछ लिखती रहती हूं
प्रकृति से बहुत प्यार है मुझे इसलिए
खेत खलियान बहुत पसंद है मुझे
गांव की नहीं हूं पर गांव बहुत अच्छे लगते हैं मुझे
यह ट्यूबवेल है जिस पर मैंने बैठ कर फोटो खिंचवाई है आप लोग शायद जानते होंगे इससे खेतों में पानी जाता है वहीं पर हमें वह अम्माजी मिली थी उनके ऊपर जो घटना लिखिए मेरे हस्बैंड ने लिखी है ऐसे लोग दुनिया में हजारों मिलेंगे सब को ढूंढ पाना बहुत मुश्किल है ना ही हम सबकी मदद कर सकते अगर सभी मिलकर थोड़ी थोड़ी मदद करें इन लोगों का भला हो सकता है धन्यवाद 😊🙏🏻🙏🏻।।