सिर्फ तुम
तुम्हें यकीन न हो हम पर तो बिछड़ कर देख लो,
तुम मिलोगे सबसे, मगर हमारी ही तलाश में।
इश्क का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगीन है,
मोहब्बत का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसीन है।
कर दे नजर-ए-करम मुझपर मैं तुझ पर...
तुम मिलोगे सबसे, मगर हमारी ही तलाश में।
इश्क का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगीन है,
मोहब्बत का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसीन है।
कर दे नजर-ए-करम मुझपर मैं तुझ पर...