पवित्र रिश्ता
पवित्र रिश्ता.......
आज के परिवेश में यदि किसी रिश्ते की दुर्दशा है तो वह हैं पति पत्नी का रिश्ता लड़की की शादी के बाद लड़की के माता पिता और उस तरफ जितने भी रिश्ते दार मुहल्ले वाले होते हैं सब का प्रेम लड़की लिए दुगना बड जाता है जब तक वह अविवाहित होती है न तो उसको अच्छा रहने सहन दिया जाता है न अच्छी एजूकेशन लड़की को अपने माता पिता के अनुसार चलना पड़ता है घर की परिस्थितियां के अनुसार समझौता करना पड़ता है लेकिन विवाह के बाद सब उल्टा हो जाता...
आज के परिवेश में यदि किसी रिश्ते की दुर्दशा है तो वह हैं पति पत्नी का रिश्ता लड़की की शादी के बाद लड़की के माता पिता और उस तरफ जितने भी रिश्ते दार मुहल्ले वाले होते हैं सब का प्रेम लड़की लिए दुगना बड जाता है जब तक वह अविवाहित होती है न तो उसको अच्छा रहने सहन दिया जाता है न अच्छी एजूकेशन लड़की को अपने माता पिता के अनुसार चलना पड़ता है घर की परिस्थितियां के अनुसार समझौता करना पड़ता है लेकिन विवाह के बाद सब उल्टा हो जाता...