तुम लाना...
"हाँ, मुझे दहेज चाहिए...
तुम लाना...
3-4 सूटकेस,
जिसमें भरे हों,
तुम्हारे बचपन के खिलौने,
बचपन के कपड़े,
बचपने की यादें,
क्योंकि मुझे तुम्हें जानना है,
बहुत प्रारंभ से।
तुम लाना...
श्रृंगार के डिब्बे में बंद कर,
अपनी स्वर्ण जैसी आभा,
अपनी चांदी जैसी मुस्कुराहट,
अपनी हीरे जैसी दृढ़ता।
तुम...
तुम लाना...
3-4 सूटकेस,
जिसमें भरे हों,
तुम्हारे बचपन के खिलौने,
बचपन के कपड़े,
बचपने की यादें,
क्योंकि मुझे तुम्हें जानना है,
बहुत प्रारंभ से।
तुम लाना...
श्रृंगार के डिब्बे में बंद कर,
अपनी स्वर्ण जैसी आभा,
अपनी चांदी जैसी मुस्कुराहट,
अपनी हीरे जैसी दृढ़ता।
तुम...