...

14 views

दो दिलों का प्यार ( भाग - 6 )
अब बिजनेस से जुड़े जो लोग पार्टनर शिप के लिए आए थे, वे सभी मौजूद पार्टी का आनंद उठा रहे थे। सभी मैनेजर और स्टॉफ आपस में बातचीत कर रहे थे, लेकिन अंजली वहा पर मौजूद लोगों को ठीक से जानती नही थी, जिस वज़ह से वो अकेली बैठी होती है। तभी अंजलि के पास हेमा का कॉल आता है और वे दोनों बात करने लगते है। अंजलि को अकेला और फ़ोन पर बात करते देख प्रेम उसके पास जाता है, तभी अंजलि प्रेम को आते देख अपना फ़ोन बंद कर लेती है। प्रेम उससे कहता है, अंजलि तुम यहाँ अकेली बैठी किससे बात कर रही हो। आज कंपनी के लोग हमारे पार्टी मे आए है उनसे थोड़ा बातचीत करो.... यह कहकर प्रेम तुरंत उसके पास से चला जाता है।
तभी धीरे-धीरे अंजली की तबियत अचानक से बिगड़ने लगती है, उसको चक्कर जैसा महसूस होता है, वो जैसे ही पास के कमरे में जाती है वो तुरंत बेहोश हो जाती है। अंजलि को कमरे मे जाता देख अदिति तुरंत उसके पास जाती है, जहाँ पर वो अंजलि को बेहोश पाती है। बिजनेस के आए लोग अपने-अपने कामों से प्रेम का दिल जीत लेते है, और उन्हें प्रेम के साथ काम करने का मौका भी मिल जाता है। आपस मे बात जहाँ हो ही रही थी, की तुरंत अदिति चिल्लाते हुए आवाज लगाती है, और उसके चेहरे पर पानी का छिट्टा मारती है, पर फिर भी अंजलि को होश नही आता। उसकी आवाज सुन सभी दौड़ कर कमरे के अंदर आते है। प्रेम अंजली को इस हालत में देख परेशान हो जाता है, वो तुरंत उसे उठाकर बेड पर लेटा देता है, और डॉक्टर को कॉल कर देता है...... प्रेम वहाँ पर आए सभी मेहमानों को आदरपूर्ण वापस जाने के लिए कह देते है। बिजनेस के मालिक ( अरुण ) अंजलि को इस तरह देख वो प्रेम से कहता है, हम बाक़ी बाते कल आफिस में कर लेंगे, अगर मेरी कुछ जरूरत पड़े तो मूझे बता देना... यह कहकर वे भी पार्टी से चले जाते है। अब उस पार्टी में प्रेम और अदिति के अलावा और भी लोग रुके हुए थे, और डॉक्टर के आने का इंतेजार कर रहे थे.....

To Be Continued......