वास्तविक सत्य
"सत्य वास्तव में क्या है क्या जो हम सोचते है वही सही है या सामने वाला व्यक्ति सोचता है वह सही हैं अखिर वास्तविक सत्य क्या है जन्म या मृत्यु हम आज है कलनहीं होगे यह क्या है वास्तव में प्रकाश की खोज अन्धकार के बिना सम्भव ही नहीं है यह दूसरे के पूरक है जन्म - मृत्यु अन्धकार प्रकाश सत्य - असत्य विश्वास- अविश्वास आदि का एक दूसरे से गहन सम्बन्ध है जब तक हम नकारात्मक नहीं होगें सकारात्मक होना असम्भवं है क्योकि जब तक अन्धकार न आए प्रकाश को हम में कैसे देख सकते है अगर आपको असत्य क्या है पता है तो आपको सत्य क्या है पता चल जाएगा,
"मै उजाला तो नहीं अन्धेरा हूँ
मगर मेरे बिना उजाला ना आएगा
सत्य व असत्य के बीच का बिन्दु हूँ
धरती , और आकाश के बीच का भाग हूँ
मैं कवि हूँ . कविता और शायरी की राग हूँ
सत्यम दुबे🌸🌼
© Satyam Dubey
"मै उजाला तो नहीं अन्धेरा हूँ
मगर मेरे बिना उजाला ना आएगा
सत्य व असत्य के बीच का बिन्दु हूँ
धरती , और आकाश के बीच का भाग हूँ
मैं कवि हूँ . कविता और शायरी की राग हूँ
सत्यम दुबे🌸🌼
© Satyam Dubey