अपने सभी राज बताना आवश्यक नहीं
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एक नगर में सुनहरा पक्षी था।वह जब भी मल करता वह सोने का बन जाता था।उस सुनहरे पक्षी का राज एक सिपाही को पता चल जाता है।
वह सुनहरे पक्षी को पिंजरे में कैद कर घर ले जाता है।जैसे ही वह पक्षी मल करता है वह सोने का बन जाता है ।
ऐसे कही दिनों तक बहुत सारा सोना सिपाही के पास जमा हो जाता है।
एक दिन सिपाही के मन में खयाल आता है कि, “मूर्ख राजा को इसके बारे में बताना जरुरी है।”अगर...
एक नगर में सुनहरा पक्षी था।वह जब भी मल करता वह सोने का बन जाता था।उस सुनहरे पक्षी का राज एक सिपाही को पता चल जाता है।
वह सुनहरे पक्षी को पिंजरे में कैद कर घर ले जाता है।जैसे ही वह पक्षी मल करता है वह सोने का बन जाता है ।
ऐसे कही दिनों तक बहुत सारा सोना सिपाही के पास जमा हो जाता है।
एक दिन सिपाही के मन में खयाल आता है कि, “मूर्ख राजा को इसके बारे में बताना जरुरी है।”अगर...