...

5 views

निजबोया धान 🌾 ( भाग२ )
जैसा कि आपने भाग १ में देखा , कैसे छोटी रानी का पुत्र डायन के षड्यंत्र से बच कर निजबोया धान लाने में सफल रहा और अपनी सातों मांओं का पेट पालने लगा.......अब आगे ;

इस बार डायन ने एक और चाल चली और चांदनी भैंस ले आने का संदेश दूत के द्वारा उस लड़के तक पहुंचती है। अब एक पुत्र तो हमेशा से ही चाहेगा की अपनी मां के लिए और क्या बेहतर कर सकता है, सो इस बात से अवगत हो, वो निकल पड़ता है उन्ही बाबा के पास।
बच्चे के दृढ़ संकल्प से तो गुरु जी परिचित ही थे, तो वे इस बार उसे रोकने की बजाए सफलता के लिए प्रोत्साहित करते हैं और चांदनी भैंस का पता बता, उसे एक भंवरे के रूप में परिवर्तित कर कहते हैं कि, “ हे पुत्र मैं तुम्हे भंवरा बना दे रहा हूं, जैसे ही तुम्हे चांदनी दिखे तुम उसके कान में जाकर आवाज़ करना प्रारंभ कर देना और लगातार करते रहना वह खुदबखुद भागते हुए मेरी कुटी में आ जाएगी,बस खयाल रखना कि उसके कान से बाहर न आना”।
बाबा से आशीष ले भंवरे के रूप में वह निकल पड़ता है।
कुछ समय पश्चात वह चांदनी भैंस के पास पहुंच जाता है,और गुरुजी के कहे अनुसार उसके कान में जा आवाज़ करने...