पहचान
जब तक अगला आपसे आगे से आकर अपने जीवन के संबंध में प्रश्न ना करे तब तक दूसरों के जीवन के विकल्पों के चयन में योगदान देने का ,मत अथवा राय देने का आपका कोई अधिकार नहीं बनता है। बात सही और ग़लत की नहीं है ,बात अपने निर्णय स्वयं के माध्यम से लेने की...