प्यार का सफर
धनिया और राहुल की मुलाकात कॉलेज के पहले दिन हुई थी। दोनों अलग-अलग शहरों से आए थे, लेकिन उनकी आंखों में एक पहचान सी थी। धनिया भोपाल की रहने वाली थी, जबकि राहुल मुंबई से था। कॉलेज का पहला दिन हमेशा खास होता है, और उस दिन पूरा कैंपस नवयुवकों से खचाखच भरा था। धनिया और राहुल की क्लास भी साथ में थी। जब वे पहली बार मिले, राहुल की हंसी और धनिया की मासूमियत ने दोनों को एक-दूसरे की ओर खींच लिया।
पहले कुछ हफ्ते केवल पढ़ाई, पेशेवर बातें और सामान्य दोस्तों की तरह गुजरे। लेकिन धीरे-धीरे, उनके बीच की दीवारें गिरने लगीं। कॉलेज के प्रोजेक्ट्स में काम करते हुए, वे दोनों अक्सर लाइब्रेरी में एक-दूसरे से मिलते। कैफेटेरिया में चाय की चुस्कियाँ लेते हुए, उन्होंने विभिन्न विषयों पर लंबी बातचीत की, जिससे उनके दिल की धड़कनें तेज हो जाती थीं।
राहुल की मुस्कान में धनिया के दिल की धड़कनें बढ़ जाती थीं, और धनिया की हंसी राहुल के दिल के करीब जाती जा रही थी। धीरे-धीरे, उनके बीच का यह दोस्ताना कुछ और बनता जा रहा था। एक दिन, राहुल ने धनिया को कॉलेज के पास एक पुराने किले में जाने का...
पहले कुछ हफ्ते केवल पढ़ाई, पेशेवर बातें और सामान्य दोस्तों की तरह गुजरे। लेकिन धीरे-धीरे, उनके बीच की दीवारें गिरने लगीं। कॉलेज के प्रोजेक्ट्स में काम करते हुए, वे दोनों अक्सर लाइब्रेरी में एक-दूसरे से मिलते। कैफेटेरिया में चाय की चुस्कियाँ लेते हुए, उन्होंने विभिन्न विषयों पर लंबी बातचीत की, जिससे उनके दिल की धड़कनें तेज हो जाती थीं।
राहुल की मुस्कान में धनिया के दिल की धड़कनें बढ़ जाती थीं, और धनिया की हंसी राहुल के दिल के करीब जाती जा रही थी। धीरे-धीरे, उनके बीच का यह दोस्ताना कुछ और बनता जा रहा था। एक दिन, राहुल ने धनिया को कॉलेज के पास एक पुराने किले में जाने का...