Hug day#१२ फ़रवरी
मै जब भी उदास होती हूं...मै जब भी घबराती ही....जब कोई नहीं समझता की मै परेशान हूं...तब वो मुझे थाम के अपने गले लगाता है.....
गले लगाना सिर्फ एक दिन मनाना तो नहीं..
हम अक्सर ही गले लग लिया लेते है...
उसके गले लगाने से मुझे सुकून तो मिल ही जाता है और ये एहसास भी होता है कि वो सिर्फ मेरा है मेरे पास है......
ओर जब आपको ये एहसास होता है तब प्यार ओर खास होता है...
सही कहा ना....
हम सबके गले नहीं लगते क्यूं लगे..
हमें तो उसके गले लगाना है..
जो खास हो..
हमारे दिल k पास हों..
जिसपे हमारा अधिकार हो...
चाहे वो रिश्ता कोई भी हो...
अक्सर जब गले लगाकर कोई कस के पकड़ता है ना तो तकलीफें दूर लगती है...
ओर मुझे ये एहसास पसंद आता है...
तो ....आप भी किसी अपने को गले लगाए किसी का सुकून बनिए किसी को सुकून बनाइए..#
#की जब हर ओर से मै बस
नजर अंदाज होता हूं..
गले लगकर तेरे ही ..
चंद लम्हों में मै रोता हूं...
मेरी हर नाउम्मीदी में उम्मीदों की
लहर है तू..
तेरे से खुद को पाता हूं..
गले तेरे लग जब रोता हूं....
गले लगाना सिर्फ एक दिन मनाना तो नहीं..
हम अक्सर ही गले लग लिया लेते है...
उसके गले लगाने से मुझे सुकून तो मिल ही जाता है और ये एहसास भी होता है कि वो सिर्फ मेरा है मेरे पास है......
ओर जब आपको ये एहसास होता है तब प्यार ओर खास होता है...
सही कहा ना....
हम सबके गले नहीं लगते क्यूं लगे..
हमें तो उसके गले लगाना है..
जो खास हो..
हमारे दिल k पास हों..
जिसपे हमारा अधिकार हो...
चाहे वो रिश्ता कोई भी हो...
अक्सर जब गले लगाकर कोई कस के पकड़ता है ना तो तकलीफें दूर लगती है...
ओर मुझे ये एहसास पसंद आता है...
तो ....आप भी किसी अपने को गले लगाए किसी का सुकून बनिए किसी को सुकून बनाइए..#
#की जब हर ओर से मै बस
नजर अंदाज होता हूं..
गले लगकर तेरे ही ..
चंद लम्हों में मै रोता हूं...
मेरी हर नाउम्मीदी में उम्मीदों की
लहर है तू..
तेरे से खुद को पाता हूं..
गले तेरे लग जब रोता हूं....