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काॅलेज वाला प्यार 🥰
एक बार एक लड़का था जिसका नाम शिवा था जो 22-23 साल का था वो ज्यादा अमीर तो नही थे। पर कह सकते है एकदम गरीब भी नही थे 😑।वो अभी कॉलेज में सैकंड ईयर मे पहुच चुका था। पर अभी तक उसकी कोई गर्लफैंड नही बनी थी ।
जब बाकी लड़को को देखता तब उसका भी मन करता कोई लड़की उसको भी पंसद करै।ऐसे ही दिन बित रहे थे अगले साल आ गयी ओर कुछ दिन बाद जब उसने अपनी जुनीयर लड़की को देखा ।जिसका शायद अभी एडमिशन हुआ था। पर जैसा कि नये स्टूडैंट के साथ होता है वही उसके साथ हो था ।
सीनीयर स्टुडेंट द्धारा रेगिंग 😔
(दोस्तों ये आजकल आम बात हो गयी है नये स्टूडेंट को परेशान करना पर मे यही कहूंगा हमे ऐसा नही करना चाहिए 😑😐😐)

जब उस लड़के ने देखा तो वो बिना कुछ सोचे मदद के लिए बढ़ा उसके पहले वो चले गये क्योकि वो उसकी ही क्लास के थे । तभी वो उसकी बिखरे हुए पेपरो ओर कागजो को इकट्ठा करने में मदद करता है ओर उसके बैग मै डाल देता हे लड़की थोडी़ सी शरमाती है ओर फिर थैक्स बोलकर चली जाती है। अब जब भी उनका आमना सामना होता तो वो बात करने लगते ओर धीरे धीरे उनकी बातो का अंदाज कुछ अलग ही तरह का हो गया था। 😊

उनमे गहरी दोस्ती हो जाती है। लड़की मन ही मन उसे पसंद करने लगती है। लड़की को उससे कुछ पूछना चाहती है ताकि वो उसको देख सके कितना समझदार है । तो वो उससे कुछ सवाल करती है

लड़की- तुम्हे कोनसा जीव पसंद है

लड़का - घर की मुर्गी

लड़की - तुम्हे क्या पसंद है

लड़का- दाल

लड़की- सुख ओर दुख मे कोनसा सही समय है

लड़का- बराबर (अर्थात सुख दुख दोनो सही हे ) लड़की प्रसन्न हो जाती है।ओर वो उसको प्रपोज कर देती है। लड़का तो पहले ही उसे पंसद करता था। वो हा बोल देता है।
(समाप्त)

ओर तभी से ये कहावत बनी थी- "घर की मुर्गी दाल बराबर " तो दोस्तो हमारे साथ जुड़े रहिए क्योकि हम करने वाले है आपके सामने कहावतो का पर्दाफाश | देखते रहिए प्रवीण के कमेंटमेंट स्टोरी 😁😁😂😂🤣🤣🤣
अब अगर तुम्हारे चेहरे पर हसी आयी तो फोलो करो यार ओर तुम्हारा कोई दिल टूटा दोस्त हो उसको जरूर शेयर करना 😊😊😊

© Praveen_sikar