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रक्षाबंधन
"रक्षाबन्धन" शब्द जिससे आप सभी परिचित हैं,जिसमें हर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधती है,और भाई उसकी रक्षा करने का प्रण लेता है। हर वर्ष हम इस "रक्षाबन्धन" नामक त्यौहार को इसी प्रकार मनाते हैं। जिनके भाई-बहन नहीं हो या उनसे दूर हों,वे अपने मित्रों को भी राखी बाँधते हैं।
(क्योंकि यहाँ पर अर्थ है भाव का।)
अगर कोई मनुष्य किसी अनजान की रक्षा बिना अपने प्राणों की परवाह किए करता है,तो वो भाई से भी अधिक पूजनीय है,वास्तव में वही "रक्षाबन्धन" का अर्थ सार्थक करता है।

आप सोच रहे होंगे कि आज भला मैं ये सब बातें क्यों कर रहा हूँ। दरअसल कल रात में ही मेरे मन में विचार आया कि "रक्षाबन्धन" का क्या अर्थ है,महत्व क्या है इसका?
जो उत्तर मुझे स्वयं से मिले वो मैं आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहा हूँ।

{"रक्षाबन्धन"- किसी भी परिस्थिति में बिना अपने प्राणों का विचार किए किसी की रक्षा करने हेतु बाध्य हो जाना।}

अब विचार करने का विषय यह है कि भला ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई किसी रक्षा करने के लिए तत्पर हो बिना अपनी प्राणों की चिंता किए। और आजकल तो लोग गलत होते देख अंधे-बहरे बनकर निकल जाते हैं।
तो ऐसी क्या युक्ति है जिसके द्वारा कोई हमारे लिए प्राणों का भी समर्पण कर दे।

"विश्वास",जिसके द्वारा हम किसी के प्रति समर्पित होते हैं,और वहीं से जन्म लेता है "प्रेम"।
प्रेम ही एकमात्र ऐसी डोर जिससे आप ईश्वर को भी बाँध सकते हैं।
और जब स्वयं ईश्वर ही आपके समर्पण,आपके प्रेम में बँध जाएँगें तो समस्त ब्रह्मांड से रक्षा निश्चित है।

क्या ऐसा नहीं है?
आप इतिहास को देखिए। अर्जुन ने भगवान श्रीकृष्ण को अपना सखा माना,स्वयं को उन्हें समर्पित किया,तो श्रीकृष्ण वासुदेव जी ने अर्जुन का सारथी बनकर "राजविद्या" का ज्ञान दिया और उनकी रक्षा की।
द्रौपदी ने श्रीकृष्ण वासुदेव जी को गोविन्द रूप में मित्र माना और श्रीकृष्ण की अंगुली से रक्त बहने पर अपनी साड़ी का कपड़ा फाड़कर उनकी हथेली पर बाँधा,तो उन्होंने द्रौपदी का चीर उसी कपड़े की पट्टी से बढ़ा दिया।

यह सिद्ध करता है कि जब-जब हमने स्वयं को किसी पर समर्पित किया है तब-तब वो भी हम पर समर्पित होकर हमारा साथ देने के लिए,हमारी रक्षा के लिए प्रस्तुत हुआ है।

तो मेरे मित्र,महत्व राखी या कलाई पर बाँधे जाने वाले धागे का नहीं,
महत्व है राखी या धागा बाँधने वाले की भावना का,समर्पण का।
मंथन करके देखिएगा।

"रक्षाबन्धन" की आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएँ।

© beingmayurr