प्यार का मेला
लो जी, अब शुरू होने वाला है प्यार का साप्ताहिक मेला !
नहीं समझे अरे भई वो क्या कहते हैं उसे अंग्रेजी में....??? ..... हाँ याद आया वेलेंटाइन !!
वो क्या है हमने कभी मनाया नहीं ना इस दिन को 😁😁
हमारे तो पिताजी ने पंडिताइन को बिना देखे दिखाये ही ब्याह कर ला दिया। यह तो शुक्र है भगवान की कि वह लूली-लंगड़ी, कानी-खोडी, गूंगी नहीं निकली !!! सच कहूँ भाई अगर वह ऐसी होती भी तो मुझे उसे अंगिकार करना ही पड़ता। वो जमाना ही ऐसा था। पिताजी के सामने घिग्गी बंध जाती थी, बोलने तक की हिम्मत नहीं होती थी हमारी। मना करना तो दूर की...
नहीं समझे अरे भई वो क्या कहते हैं उसे अंग्रेजी में....??? ..... हाँ याद आया वेलेंटाइन !!
वो क्या है हमने कभी मनाया नहीं ना इस दिन को 😁😁
हमारे तो पिताजी ने पंडिताइन को बिना देखे दिखाये ही ब्याह कर ला दिया। यह तो शुक्र है भगवान की कि वह लूली-लंगड़ी, कानी-खोडी, गूंगी नहीं निकली !!! सच कहूँ भाई अगर वह ऐसी होती भी तो मुझे उसे अंगिकार करना ही पड़ता। वो जमाना ही ऐसा था। पिताजी के सामने घिग्गी बंध जाती थी, बोलने तक की हिम्मत नहीं होती थी हमारी। मना करना तो दूर की...