अपने साथ कुछ पल
कभी-कभी मेरा मन करता है कि मैं सिर्फ अपने साथ कुछ पल बिताऊं..... न तकनीकी दुनिया, न किताबें, न दोस्त, न परिवार, न खुशी, न गम, न मेरे पसंद की कोई चीज़ और नाही नापसंद की.....कुछ भी नहीं.......