भगवान नर - नारायण की वंदना
महर्षि मार्कण्डेय जी कहते हैं - भगवन ! आप अंतर्यामी , सर्वव्यापक , सर्वस्वरूप , जगतगुरु , परमाराध्य और शुद्धस्वरूप से विद्यमान है , जो आपके स्वरूप का रहस्य प्रकट करता है । ब्रह्मा आदि बड़े बड़े प्रभावशाली...