एक हिस्सा और कुछ नहीं
आज सवेरे से ही निशा के साथ सुहानी की बहस छिड़ी हुई थी। आज फिर सुहानी को Shopping पे जाना है। एक पार्टी में पहना ड्रेस वो दूसरी पार्टी में Repeat नहीं करती। रजनीश से निशा लगातार सुहानी की सिकायत किए जा रही थी। निशा कह रही थी," पंद्रह साल की उम्र है। एक्जाम सर पर हैं और महारानी जी ( सुहानी) के फैशन में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।" रजनीश अपनी इकलौती बिटिया को ही support करता है। रजनीश कहता है, " सुहानी जो भी चाहे उसे खरीदने दो। उसके छोटे मामा की शादी है।" finally shopping पे जाना तय हो जाता है।
शहर के बड़े शॉपिंग मॉल के बेसमेंट में जब रजनीश अपनी कार पार्क कर रहा था कि उसी वक्त निशा का ध्यान सामने ही कार पार्क कर रहे सख्श पे जाती है।...
शहर के बड़े शॉपिंग मॉल के बेसमेंट में जब रजनीश अपनी कार पार्क कर रहा था कि उसी वक्त निशा का ध्यान सामने ही कार पार्क कर रहे सख्श पे जाती है।...