अहंकारी होना 🥺🥺
आज के समय हर कोई अहंकार में चूर होकर अपने के आगे उसे कुछ नहीं दिखाई देता है
अहंकार किसी एक चिज़ का नही बल्कि बहुत
चीजौ का है जेसे 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
अच्छा घर का अहंकार अगर किसी कि झोपड़ी
भी है तो उसके लिए महलों से कम नहीं है
क्योंकि जो सुख एक झोपड़ी में है वो किसी महल मे नही
अच्छे कपड़े अच्छा खाना हर किसी के नसीब में नहीं है हमे उसका अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि यह सब सदा किसी एक के पास टिक कर नहीं रहते जितना हो हमें खाना कपड़े उनको देकर
उनकी थोड़ी परेशानी दूर कर सकते हैं जेसे ठंड में गर्म कपड़े जितना हो जरुरत मंद को देकर उनकी परेशानी दूर होगी अहंकार का क्या फायदा
गोरे काले का रंग का अहंकार
छोटे बड़े मोटे पतले अपने शरीर पर इतना अहंकार क्यों ये सदा तो एक स नहीं रहता फिर क्यूं
मैंने कितनी बार यह देखा है दुसरो में ढुड़ते है और मज़ाक बनाया जाता है कमी हम सब है लेकिन कोई मानना नहीं चाहता
इतना अहंकार कुबेर महाराज को अपने पर था
खाना कपड़े जेवर धन सब था बस उन्होंने खुद को
एहम का अहंकार बना दिया उनके आगे कोई कुछ भी नहीं है फिर क्या उनका भी अहम टुटा फिर हम इंसान को किस बात का अहंकार है
अंहकारी होने से अच्छा है जितना है जैसा है उसी
मैं खुश रहना चाहिए और अपने बच्चों को भी यही सिखाना चाहिए ताकि वो खुद से मेंहनत करना सीखें और सबका आदर करना सीखें न की अहंकार मेहनत से सब मिलता है अहंकार से सब चला जाता है
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......
अहंकार किसी एक चिज़ का नही बल्कि बहुत
चीजौ का है जेसे 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔
अच्छा घर का अहंकार अगर किसी कि झोपड़ी
भी है तो उसके लिए महलों से कम नहीं है
क्योंकि जो सुख एक झोपड़ी में है वो किसी महल मे नही
अच्छे कपड़े अच्छा खाना हर किसी के नसीब में नहीं है हमे उसका अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि यह सब सदा किसी एक के पास टिक कर नहीं रहते जितना हो हमें खाना कपड़े उनको देकर
उनकी थोड़ी परेशानी दूर कर सकते हैं जेसे ठंड में गर्म कपड़े जितना हो जरुरत मंद को देकर उनकी परेशानी दूर होगी अहंकार का क्या फायदा
गोरे काले का रंग का अहंकार
छोटे बड़े मोटे पतले अपने शरीर पर इतना अहंकार क्यों ये सदा तो एक स नहीं रहता फिर क्यूं
मैंने कितनी बार यह देखा है दुसरो में ढुड़ते है और मज़ाक बनाया जाता है कमी हम सब है लेकिन कोई मानना नहीं चाहता
इतना अहंकार कुबेर महाराज को अपने पर था
खाना कपड़े जेवर धन सब था बस उन्होंने खुद को
एहम का अहंकार बना दिया उनके आगे कोई कुछ भी नहीं है फिर क्या उनका भी अहम टुटा फिर हम इंसान को किस बात का अहंकार है
अंहकारी होने से अच्छा है जितना है जैसा है उसी
मैं खुश रहना चाहिए और अपने बच्चों को भी यही सिखाना चाहिए ताकि वो खुद से मेंहनत करना सीखें और सबका आदर करना सीखें न की अहंकार मेहनत से सब मिलता है अहंकार से सब चला जाता है
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......