तहरीर!!
#TheWritingProject
लिखना है वसीयत उन तमाम यादों की
जलाया था जहाँ मैने तुम्हारे वादों की
तहरीर
मैं मर जाऊँ जो कभी भी, फिर
तुम खंगालना मेरा कमरा।
बिखरा हुआ पड़ा होगा
पड़ी होंगी यादों कुछ निशानियाँ।
तुम्हें भी अश्क बह...
लिखना है वसीयत उन तमाम यादों की
जलाया था जहाँ मैने तुम्हारे वादों की
तहरीर
मैं मर जाऊँ जो कभी भी, फिर
तुम खंगालना मेरा कमरा।
बिखरा हुआ पड़ा होगा
पड़ी होंगी यादों कुछ निशानियाँ।
तुम्हें भी अश्क बह...