भोलेनाथ
प्रस्तुत कहानी का शीर्षक भोलेनाथ जो एक छोटा सा बच्चा को मैंने नाम दिया था।
भोलेनाथ से मेरी भेंट पहली बार एक केन्द्रीय विद्यालय में हूई थी।उस बच्चे का असली नाम अनिकेत है।
पहला दिन जब मैं एसेंबली में गई तो देखा कि एक पांच साल का बच्चा लाईन के आगे खड़ा था।
देखने में गोल मटोल एकदम सीधा सादा। उसे बात समझने में मुश्किल होता था। प्रिंसीपल मैम उसे डांट रही थी ठीक से खड़ा होने के लिए।वह एकदम डरा हुआ था।वह मेरी ओर ताका और मैं...
भोलेनाथ से मेरी भेंट पहली बार एक केन्द्रीय विद्यालय में हूई थी।उस बच्चे का असली नाम अनिकेत है।
पहला दिन जब मैं एसेंबली में गई तो देखा कि एक पांच साल का बच्चा लाईन के आगे खड़ा था।
देखने में गोल मटोल एकदम सीधा सादा। उसे बात समझने में मुश्किल होता था। प्रिंसीपल मैम उसे डांट रही थी ठीक से खड़ा होने के लिए।वह एकदम डरा हुआ था।वह मेरी ओर ताका और मैं...