जाने कहा गए वो दिन..!!
अपनी आधी जिंदगी साइकिल के नाम करने वाली मुर्ख बाला
जब घर से स्कूल और स्कूल से घर आने जाने वाले उस 15 मीन के शोर युक्त सफर के बारे में सोचती है...
तो आज मुझे स्कूटी पर ये प्रतीत होता है की...
उस दौरान जब वो साइकिल के पैडल घूमते थे तो साथ_साथ, पॉम_पॉम करते किसी ऑटो में अल्ताफ राजा का कोई गाना सीधे...
जब घर से स्कूल और स्कूल से घर आने जाने वाले उस 15 मीन के शोर युक्त सफर के बारे में सोचती है...
तो आज मुझे स्कूटी पर ये प्रतीत होता है की...
उस दौरान जब वो साइकिल के पैडल घूमते थे तो साथ_साथ, पॉम_पॉम करते किसी ऑटो में अल्ताफ राजा का कोई गाना सीधे...