प्रेम एक अद्वितीय भाव
प्रेम एक ऐसा विषय जिसपर न जाने कितनी बार लिखा और पढ़ा गया होगा लेकिन ये ऐसा भाव है जिसे शब्दों में व्यक्त करना असम्भव सा प्रतीत होता है। ऐसे ही कुछ नए रहस्यों को उजागर करने मैं आपके सामने लेकर आया हूं एक सच्ची घटना,आशा करता हूं आप सभी से भरपूर प्रेम मिलेगा।
आपका श्री निकुंज
सुबह का समय,ठंड का मौसम कोई 6 बजे होंगे
एक ट्रेन के कंपार्टमेंट में एक लड़का सफर कर रहा था। ट्रेन तेजी से चल रही थी कि और सभी अपनी सीट पर बैठे थे।लड़का खिड़की की सीट पे बैठा है तभी एक सुंदर पतली और भोली सी लड़की उसके पास आकर बैठ जाती है।अब लड़का रह रहकर उस लड़की को देखता है और मन ही मन प्रसन्न होता है। अब लड़की अपने बैग से कोई किताब निकालकर पढ़ना शुरू कर देती है तो उस लड़के की नजर उस किताब की पृष्ठ पर जाती है।अब लड़का कुछ देर सोचता है और फिर अपने बैग से किताब निकालकर पूरे मन से पढ़ने लगता है। ट्रेन के अचानक एक स्टेशन में रुकने पर सूर्य की किरण खिड़की से उस लड़की पर पड़ती है तभी लड़का लड़की को देखता है और उसके रूप को बस निहारता रह जाता है।अब लड़का लड़की से पूछता है,
लड़का - आप कहां जा रही हो?
लड़की -exam देने
लड़का - वो...
आपका श्री निकुंज
सुबह का समय,ठंड का मौसम कोई 6 बजे होंगे
एक ट्रेन के कंपार्टमेंट में एक लड़का सफर कर रहा था। ट्रेन तेजी से चल रही थी कि और सभी अपनी सीट पर बैठे थे।लड़का खिड़की की सीट पे बैठा है तभी एक सुंदर पतली और भोली सी लड़की उसके पास आकर बैठ जाती है।अब लड़का रह रहकर उस लड़की को देखता है और मन ही मन प्रसन्न होता है। अब लड़की अपने बैग से कोई किताब निकालकर पढ़ना शुरू कर देती है तो उस लड़के की नजर उस किताब की पृष्ठ पर जाती है।अब लड़का कुछ देर सोचता है और फिर अपने बैग से किताब निकालकर पूरे मन से पढ़ने लगता है। ट्रेन के अचानक एक स्टेशन में रुकने पर सूर्य की किरण खिड़की से उस लड़की पर पड़ती है तभी लड़का लड़की को देखता है और उसके रूप को बस निहारता रह जाता है।अब लड़का लड़की से पूछता है,
लड़का - आप कहां जा रही हो?
लड़की -exam देने
लड़का - वो...