...

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बचा ही क्या है अब ज़िंदगी में
पहले बचपन में मारा ज़िंदगी ने
अब इस उमर में भी न बक्शा ज़िंदगी ने
💔
हर तरफ से किनारा कर लिया मुझसे ज़िंदगी ने
पता नहीं किस बात की सजा मिल रही है ज़िंदगी में
💔
भगवान भी मुझे पत्थर का समझ रहा है
बार बार जो दर्द के हथौड़े से मार रहा है ज़िंदगी में
💔
आख़िर अब बचा ही क्या है जो टूटना बाकी है मुझमें
सब कुछ तो टूट चुका है बचा ही क्या है अब ज़िंदगी में
💔
बस सांसों के सिवाए कुछ भी नहीं है इस ज़िंदगी में
बस अब एक जिंदा लाश लेके घूम रहा हूं ज़िंदगी में
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लिखना तो मुझे कुछ नहीं आता जानी क्या बताऊं तुम्हे मैं
अपनी मौत का आखिरी गीत लिख रहा हूं ज़िंदगी में
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कुछ संभल जाते कुछ टूट कर बिखर जाते हैं ज़िंदगी में
लेकिन मैं संभाल ना पाया खुद को अपनी इस ज़िंदगी में
💔
कोई ना पड़ना यारों मेरी उल्टी सीधी कहानी को
दर्द ही मिलेगा आपको पड़कर इसे ज़िंदगी में।
💔
#Mrcb_Vicky
© Vicky_Indorewala