जैसे विचार वैसा चरित्र
‘जैसा इंसान अपने दिमाग में सोचता है, वैसा ही वह होता है।’ यह बात मनुष्य के समूचे अस्तित्व पर लागू होती है। यह उसकी जिंदगी की हर स्थिति और हर परिस्थिति पर लागू होती है।
इंसान...
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