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प्रिथ्विराज
जब मुहूमद गोरि, प्रिथ्विराज को पकड़ के लेके आऐ तो उन्होने एक्दम आदेश दिये कतल करो इसका लेकिन चन्द्रब्र्दै ने एक चाल चलि, वे केह्ने लगे, आप इन्हें मार रहे है,
एक बार प्रिथ्विराज की अनोखी कला तो देख लिजीऐ|


गोरी हसा -कला, चलो देख ते है


प्रुथ्वीराज के पास शब्द भेदी बाण चलाने की अनोखि कला थी, राम परभू जी के बाद उन्हें हि ये कला आती थी.


चन्देरर्ब्रदाई प्रिथ्वि राज जी के पास गए, और कहा -सुन बैरी की आवाज़.

प्रिथ्वि राज -मुझे दो तीर दीजिए

चन्द्रब्र्दै -दो तीर नहीं राजन ,एक तीर.
एक तीर से राम ने रावण का वध किया,
एक तीर से लक्श्मन ने जरसन्ध का वध किया, एक तीर राजन ,एक तीर.


चन्द्रब्र्दै गोरी के पास गऐ,
महाराज मेरा दोस्त तैयार है.
लेकिन आपको तीन बार आदेश देने होगें.

चन्देर्ब्र्दै ने कहा मैं आखिर बार अपने दोस्त से मिल लूं

गौरी -हा हा, क्यों नहीं

चन्देर्ब्र्दै ने प्रिथ्वि राज के कानों में कहा -चार बॉंस चोबिस गज़, अस्थूल आन्ग परमान ते ऊपर बैठे हैं सुलतान, मत चूको चौहान .

aur prithhvi Raj ne teer gori ke gale me utar Di.
© yeshu Goswami