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सर्वश्रेष्ठ शिक्षक
#टीचर
आज टीईटी का परिणाम घोषित हुआ है, शैलेंद्र भी पास हुए है। घर में खुशी का माहौल है। वो क्या है पांडेयपुर मोहल्ले में जनरल कास्ट का लडका एक ही बार में वो भी बिना किसी घूंस के पास हुआ है, कोई कम बात थोरे ना है जी! शैलेंद्र खुश है की अब वो अपने तरीके से बच्चों को इतिहास की सैर करवाएंगे।ईति हास के सि क्ष क बन गए l बच्चों को इतिहास में पढ़ने की रुचि रखने वाले शैलेंद्र जी आप बहुत खुश रहने लगे धीरे-धीरे वह आगे बढ़ते गए और बच्चों को भी अलग-अलग ऐतिहासिक जगह पर भ्रमण करना आरंभ कर दिया समय बिता गया और उनके प्रतिद्वंदियों की भी संख्या बढ़ गई। सभी उनसे अब जलने लगे इतने मशहूर इतने चंद दिनों में कैसे हो गए शैलेंद्र जी, पता करने की बात है शिक्षकों ने प्रधानाचार्य महो द या से उनकी शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन कोई फायदा नहीं। एक दिन विद्यालय के टूर के बहाने सभी बच्चों को बाहर भेजा गया उन बच्चों के साथ वहां के कलेक्टर का बच्चा भी था प्रतिदिन क्यों शिक्षकों के साथ उनका उठना बैठना हुआ करता था उन लोगों ने आपस में मिल बैठकर यह योजना बनाई की सभी बच्चे छुप जाएंगे शैलेंद्र जी सभी बच्चों को लेकर जो वापस आने लगे तो कलेक्टर की बेटी के साथ दो-चार बच्चे और चुप कर बैठ गए और वह सभी ट्रेन से वापस नहीं आ पाए प्रधानाचार्य महोदय यह देखकर अत्यंत कुपित हो गए उन्होंने शैलेंद्र जी से तुरंत ही विद्यालय छोड़ने की अनुमति मांगी शैलेंद्र जी अत्यंत दुखी हो गए और दुखी होकर सोचने लगे मैं क्या सोचा था और क्या हो गया कुछ समय पश्चात वह सारे बच्चे वापस आए फिर शैलेंद्र जी उन सब के पास जाकर पता किया तो उन्हें पता चला कि यह उन लोगों की एक साजिश थी जिसके तहत उन्हें इतना बड़ा भुगतान करना पड़ा उन्होंने प्रधानाचार्य महोदय को जाकर सभी बात बताइ। उन्होंने सभी बात की जांच पड़ताल की और पता चला कि, यह सब आपसी रेंजर्स का शिकार हो गए हैं फिर सबको समझाने बुझाने के बाद शैलेंद्र जी को वापस रख लिया गया और उन्हें सबसे श्रेष्ठ शिक्षक का अवार्ड भी ।