Navodaya prem kahani
एक आवासीय विद्यालय की कहानी
नवोदया मोहब्बत
अभी-अभी माही का दाखिला 11वी वाणिज्य मे हुआ था।
एक अमीर खानदान की औलाद अपना मन लगा पाने में थोड़ा असहज महसूस करती थी
दिनभर बेख्याली में खोई रहती मगर अचानक 1 दिन प्रेयर में उसे वह मिल गया जिसकी बदौलत वह नवोदय में हसीन पल गुजार सकती थी
12वीं का लड़का जो मंच पर अपनी काव्य पंक्तियां सुना रहा था
उन्हीं पंक्तियों पर मुग्ध होकर वह दिन भर उसके बारे में सोचती रही
अब तो हर रोज वह प्रार्थना की पंक्ति में ऐसे खड़ी होती की उस लड़के को प्यार भरी निगाहों से देखती रहे
ऐसे ही देखते हुए एक दिन उसकी सहेली को पता चल गया तो वो उसे चिढ़ाने लगी
अरे! वे सीनियर है अपने उनको तो हम सब...
नवोदया मोहब्बत
अभी-अभी माही का दाखिला 11वी वाणिज्य मे हुआ था।
एक अमीर खानदान की औलाद अपना मन लगा पाने में थोड़ा असहज महसूस करती थी
दिनभर बेख्याली में खोई रहती मगर अचानक 1 दिन प्रेयर में उसे वह मिल गया जिसकी बदौलत वह नवोदय में हसीन पल गुजार सकती थी
12वीं का लड़का जो मंच पर अपनी काव्य पंक्तियां सुना रहा था
उन्हीं पंक्तियों पर मुग्ध होकर वह दिन भर उसके बारे में सोचती रही
अब तो हर रोज वह प्रार्थना की पंक्ति में ऐसे खड़ी होती की उस लड़के को प्यार भरी निगाहों से देखती रहे
ऐसे ही देखते हुए एक दिन उसकी सहेली को पता चल गया तो वो उसे चिढ़ाने लगी
अरे! वे सीनियर है अपने उनको तो हम सब...