purani jeans ❤️
बचपन की याद वो वक़्त कितना सुनहरा था
खोकर समझ आया की उन की क्या एहमियत था
यारो का याराना वो समय था जो पुराना
बीत गया हमसे वो वक़्त और वो जमाना
बेमतलब ही जो साथ हुआ करता था
जमाने से दूर आजाद जीया करता था
काँधे पर हाथ रख कर साथ चला करता था
गिरता सम्भलता फिर उठ कर दौर जाय करता था
स्कूल से घर आने की जल्दी जो रहता रहता था
उस से ज्यादा खुशी दोस्त के साथ लास्ट बेंच पर बैठ सरारत करता था
तलाशता हूँ उन यारो का आज हर जगह
कुछ मिले तो कुछ को ढूंढता हूँ हर जगह
ज़िंदगी के उस बेहतरीन पलों को अगर सजा दिया जाए
तो दोस्तों के संग बिताए लम्हों को सबसे ऊपर रखा जाए
ज़िंदगी सवारने के लिए घर छोड़ा शहर छोड़ा होगा
तो कोई जिम्मेदारी में लग गया होगा
वो सब यार जहाँ भी है वो साथ के पल याद कर मुस्कुराता होगा
© रौशन rosi...✍️🍁
खोकर समझ आया की उन की क्या एहमियत था
यारो का याराना वो समय था जो पुराना
बीत गया हमसे वो वक़्त और वो जमाना
बेमतलब ही जो साथ हुआ करता था
जमाने से दूर आजाद जीया करता था
काँधे पर हाथ रख कर साथ चला करता था
गिरता सम्भलता फिर उठ कर दौर जाय करता था
स्कूल से घर आने की जल्दी जो रहता रहता था
उस से ज्यादा खुशी दोस्त के साथ लास्ट बेंच पर बैठ सरारत करता था
तलाशता हूँ उन यारो का आज हर जगह
कुछ मिले तो कुछ को ढूंढता हूँ हर जगह
ज़िंदगी के उस बेहतरीन पलों को अगर सजा दिया जाए
तो दोस्तों के संग बिताए लम्हों को सबसे ऊपर रखा जाए
ज़िंदगी सवारने के लिए घर छोड़ा शहर छोड़ा होगा
तो कोई जिम्मेदारी में लग गया होगा
वो सब यार जहाँ भी है वो साथ के पल याद कर मुस्कुराता होगा
© रौशन rosi...✍️🍁
Related Stories