...

8 views

मां....💓💓
देकर जन्म मुझे क्यों? यूं तन्हा छोड़
गई .….... खता, गुनाह अपराध क्या?
मैंने किया जो मुझे सज़ा ऐसी मिली

जिस आंचल में मुझे पलना था .....
जिस उंगली को थामे चलना था
क्यों? उसका दामन पलक झपकते
ही छूट गया , नौ माह का
सफ़र क्यों? जन्म लेते टूट गया
मां मै तेरी ही परछाई फिर क्यों?
तुझे उन अंतिम दिनों में देख ना पाई
सोचती हूं कितनी मीठी होगी
तेरी लोरी, मुझे भी खेलनी थी
ना तेरे आंचल तले छुप कर आंख
मिचौली पर उस खुदा ने मुझ से
मेरा क्यों? ये सुनहरा पल छीन लिया
आखिर मुझ से ऐसा भी क्या? गुनाह
हुआ ? किसी ने कहा , ये पिछले जन्म
के कर्म होते है , मै पूछती हूं की क्या?
सच में हमारे कर्म इतने बुरे होते है
की अतीत के गहरे दाग़ हमारे वर्तमान
से बड़े होते है।

बस एक विचार .....…..✍️
क्या? करू मै हूं अपनी
इस over thinking से
परेशान , आपकी प्यारी
मुस्कान ......…...... कर
सकती है ना आपसे बेझिझक अपनी
मन की बात।


© All Rights Reserved