...

9 views

लोग गुस्से में चीखते हैं और प्रेम में मौन हो जाते हैं.!
गंगा किनारे स्नान करते गुरु और उसके चेलों ने देखा कि एक परिवार वाले गुस्से में एक-दूसरे पर चीख - चिल्ला रहे थे।
एक चेले ने अन्य चेलों से पूछा, 'लोग गुस्से में होते हैं तो दूसरे पर चिल्लाते क्यों हैं?' कुछ सोचने के बाद उनमें से एक बोला, 'हम अपना आपा खो देते हैं, इसलिए हमारी आवाज तेज हो जाती है।'

शिष्यों की बात सुन रहे गुरु ने कहा, 'लेकिन जब कोई आपके बगल में ही खड़ा हो, तब चिल्लाने में क्या तुक ?'
शिष्यों ने इसका उत्तर देने की कोशिश की, पर अपने जवाबों से वे खुद संतुष्ट न हुए।

अंततः गुरु ने कहना शुरू किया, 'जब दो लोग एक-दूसरे पर नाराज होते हैं, तो उनके दिलों के बीच दूरी बढ़ जाती है।
इसीलिए उन्हें चीखना पड़ता है, ताकि अगला सुन सके। वे जितने ज्यादा गुस्से में होंगे, दिलों की दूरी को पार करने के लिए एक-दूसरे पर उतने ही अधिक गरजेंगे ।

प्रेम में इसका ठीक उल्टा होता है। वे चीखने के बजाय, एक-दूसरे से बहुत धीरे-धीरे बातें करते हैं। कारण यही है कि तब उनके दिल करीब होते हैं। जब प्यार और बढ़ जाता है, तो वे बोलने की जगह फुसफुसाने लगते हैं। और अंत में तो एक-दूसरे की आंखों में देखकर ही वे सारी बातें कह सुन लेते हैं। यही है "प्यार की निकटता "