मोहब्बत में दो नाम
मोहब्बत कितना निर्मोही शब्द है, न साथ देता है,न साथ रखता है और न ही जाने देता है। जो हृदय से किसी को अपना मान लेते हैं, उनके लिए काफी कष्टकारी हो जाता है। जो दर्द होता है उसको बस महसूस कर पाते हैं, उसको शब्दों में बयां करना कठिन हो जाता है। न मोहब्बत को किसी के साथ देख पाते हैं, न खुद को नजरंदाज होने का दुःख सहा जाता है, चाहे सामने वाला उसको नजरंदाज नहीं कर रहा होता है,...