ये कौन है मुझमे?
ये कौन है मुझमे जो रोकता है मुझे दिखावे का हसने से। जो कहता है कि क्यूँ दिखावा करती हो दुनिया को ना तुम्हारे हसने से फर्क पड़ता ना रोने से।तो क्यूँ करती हो ये।
जो कहता तुम तो रात भर रोइ थी ना। तुम्हारी सिसकियां...
जो कहता तुम तो रात भर रोइ थी ना। तुम्हारी सिसकियां...