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जो देखकर भी नहीं देखते,,
हैलो दोस्तो मैं आप सब की प्यारी मुस्कान,, एक बार फिर से आपका स्वागत करती हूं अपनी काल्पनिक कहानियों की किताब में,,

आज की कहानी का जो विषय है वो थोड़ा सा अलग है ,, इस कहानी के माध्यम से मै आपसे एक छोटी सी बात कहना चाहती हूं तो please is kahani ko jrur pade,, Apna thoda sa smy nikal kr,,

ये कहानी है एक लड़की कि जिसका नाम रोशनी था,, रोशनी जब दस की थी तब ही उसने अपना लक्ष्य निर्धारीत कर लिया था ।

वो एक डॉक्टर बनना चाहती थी और मुफ्त में गरीबों का इलाज़ करना चाहती थी,,

वैसे तो रोशनी एक नॉर्मल सी लड़की थी पर उसकी जिंदगी में जो कुछ भी
घटित हुआ वो बिल्कुल भी नॉर्मल नहीं था,,

रोशनी जब दसवीं class में थी ,, तो एक दिन लाईबेरी में बैठकर कुछ किताबे पढ़ रही थी,, तभी अचानक उसकी आंखो के सामने दो मिनट के लिए अंधेरा छा गया,, रोशनी को कुछ भी नहीं समझ आया कि आख़िर ये सब क्या हो रहा था उसके साथ,,

कुछ दिन बाद रोशनी इस बात को भूल गई,, और फिर एक दिन जब अध्यापिका ने रोशनी को क्लास में कविता पढ़ने को कहा तो फिर से वैसा ही हुआ उसकी आंखो के सामने काला घना अंधेरा जिसके कारण उसे सब कुछ धुंधला धुंधला दिखाई दे रहा था,,

फिर भी उसने कोशिश की ओर पढ़ने लगी आंखो से धुंधला दिखाई देने के कारण वो शब्दो का सही से उच्चारण नहीं कर पाई जिसके कारण वो पूरी class me मात्र एक हंसी का पात्र बन के रह गई,,

रोशनी ने घर जाकर ये सारी बातें अपने माता पिता से बताई और वो तुंरत उसे आंखो के हॉस्पिटल ले कर गए,, जहां पर डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उसकी बेटी को एक बीमारी है जिसके कारण धीरे धीरे उसकी आंखो की रोशनी कम होती जाएगी ,, ओर ये बीमारी एक वंशानुगत बीमारी है जो कभी जड़ से खत्म नहीं होगी,,

और एक दिन आपकी बेटी शायद अपनी आंखो की रोशनी खो देगी,,

जब डॉक्टर ये सब बाते कर रहा था तब रोशनी ने ये सब बाते सुन ली ये सुनकर दो पल में ही उसके सारे सपने
टूटकर बिखर गए ,,ओर साथ ही उसकी इच्छाओं ने भी दम तोड दिया,,

पर रोशनी ने अपने माता पिता से ये बात छुपाई की उसे सब कुछ पता है,,
क्युकी अगर उन्हें ये बात पता चलती तो वो भी टूटकर बिखर जाते,, इसलिए
रोशनी उनके सामने बिल्कुल नोर्मल व्यवहार करती है जैसे कि उसे कुछ पता ही ना हो,,

और रोशनी एक बार फिर से अपने टूटे हुए सपनों को समेटकर स्कूल पहुंच जाती है,, लेकिन अब उसकी class में सबकुछ बदल चुका था उसके दोस्त भी उससे बात नहीं कर रहे थे और class के कई बच्चे उसे काफ़ी अजीब नामो से बुला रहे थे,, जैसे अंधा कानून,, अंधी और ना जाने क्या क्या? ये सब सुनकर उसका आत्मविश्वास टूट गया और वो अब हिम्मत हारने लगी,,

और उस दिन के बाद वो रोशनी कही अंधेरे में गुमनाम सी हो गई जिसे फिर किसी ने कभी नहीं देखा,,

कहानी तो खतम हो गई पर मेरे मन में हमेशा अनसुलझा सा रह गया एक सवाल,,📝
क्या ? आंखो की रोशनी सिर्फ रोशनी की ही कम हो रही थी,,
या अंधी वो सारी दुनिया हो गई थी जो समझ ना पाई एक लड़की के दिल हाल,,

अधिकतर दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो खुद से खुद के लिए ही रोज़ जंग लड़ते हैं,, ओर टूटने के बाद भी खुद को समेटने की कोशिश करते हैं,,
लेकिन उनके प्रति समाज का ये रूखापन उनकी हिम्मत को तोड़ देता है,,

✍️मुस्कान,,
please किसी को अगर आप समझ नहीं सकते तो आपको उसके हालातो का मज़ाक नहीं बनाना चाहिए,, हो सकता है आपका एक छोटा सा मज़ाक तोड़ दे किसी का आत्मविश्वास,, sorry अगर कुछ गलत कहा हो तो🙏 story



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