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मास्टरमाइंड (भाग 11)
दो दिन बाद.....

सुबह सुबह टीवी और अखबारों में न्यूज आती है कि लाल किला पर एक समारोह होने वाला है जिसके चीफ गेस्ट भारत के राष्ट्रपति है... काव्या तैयार होते होते ये न्यूज देख रही होती है। वह तैयार होने के बाद राज से मिलने चली जाती है...

राज: सारी तैयारी हो गई है?
काव्या: हां।
राज: एक बार फिर सोच लो... इसमें बहुत खतरा है।
काव्या: चिंता मत करो, वो लोग मुझे जान से नहीं मारेंगे... कम से कम उनका मिशन पूरा न होने तक तो बिलकुल नहीं।

कुछ देर बाद राज घर से चला जाता है और उसके जाने के कुछ देर बाद काव्या नकली राम के कमरे में जाती है....

राम: काव्या तुम यहां... कुछ काम था??
काव्या: मेरे पापा कहां है?
राम: काव्या... तुम ठीक हो?? ये तुम क्या कह रही हो?? मैं ही तो....
काव्या: नाटक करने की जरूरत नहीं है... मुझे पता है की तुम जानते हो कि मैं तुम्हारा सच जानती हूं।
राम: काव्या मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है की तुम क्या कह रही हो?
काव्या: इस कमरे में केवल एक सीक्रेट कैमरा नहीं लगा है...

यह सुनते ही कि कमरे में और भी कैमरा लगे हैं नकली राम के होश उड़ जाते हैं... काव्या तीन कैमरा कमरे से निकालती है और नकली राम के हाथ में पकड़ा देती है।

राम: ये....
काव्या: उसी दिन लगाया था जिस दिन घर की तलाशी ली थी।
राम: तुम्हें क्या चाहिए??
काव्या: मेरे पापा।
राम: ठीक है... फिर जाओ अपने पापा के पास।

नकली राम ये कहते ही टेबल से एक स्प्रे उठाता है और काव्या को सूंघा देता है जिसकी वजह से वह बेहोश जाती है और फिर वह किसी को फोन करता है।

कुछ देर बाद , काव्या के घर एक वैन आती है जिसमे से कुछ गुंडे निकलते है और काव्या को घर में से उठाकर वैन में रखकर कहीं लेकर चले जाते है। राज जो ये सब छुपकर देख रहा होता है वैन का पीछा करने लगता है।

थोड़ी देर बाद वैन एक सुनसान इलाके में रुकती है और गुंडे काव्या को वैन से उतारकर जमीन के अंदर बने एक सीक्रेट स्थान पर लेकर जाते है।

काव्या... काव्या....
किसी की आवाज सुनकर काव्या को होश आता है।

काव्या: राकेश अंकल....!! राकेश अंकल, मेरे पापा कहां हैं...? वो ठीक है न?? और आप दोनों.... आप दोनों को यहां किसने रखा है???
राकेश: काव्या बेटा आराम से....
काव्या: अंकल बताईए न मेरे पापा कहां है??
राकेश: वो ठीक हैं... वो रहे दूसरे वाले कमरे में (राम की तरह इशारा करते हुए)

दूसरी तरफ...

नकली राम लाल किला पहुंचता है और अपना काम करने लगता है...

इंस्पेक्टर ऋषि जो लाल किला पर ही मौजूद होते हैं उनको राज का एक मैसेज आता है.."काव्या ने प्लान को आगे बढ़ाने के लिए इशारा कर दिया है"

राज का मैसेज पढ़ते ही इंस्पेक्टर ऋषि पुलिस फोर्स के साथ नकली राम को घेर लेते हैं और उसे अरेस्ट कर लेते हैं।

राम: इंस्पेक्टर... ये तुम क्या कर रहे हो?? तुम जानते भी हो मैं कौन हूं?? मैं SHO राम हूं।
कमिश्नर: नहीं... तुम एक बहरूपिया हो.... SHO राम के हमसकल... और यहां राष्ट्रपति को मारने आए हो... क्यों... सही कहा न मैंने??
राम: सर आप ये क्या कह रहे हैं??
इंस्पेक्टर ऋषि: अब और नाटक करने की जरूरत नहीं है....

इंस्पेक्टर ऋषि नकली राम को पकड़कर थाने लेकर जाते हैं और उससे पूछताछ करना शुरू कर देते हैं.....

नकली राम: तुम लोगों को क्या लगता है मुझे पकड़ने से राष्ट्रपति बच जायेगा.... हा हा.. अगर तुम लोगों को ऐसा लगता है तो तुम सबसे बड़े बेवकूफ हो....
इंस्पेक्टर ऋषि: तुम्हारे कहने का क्या मतलब है???
नकली राम: तुम्हें क्या लगता है इतना बड़े काम का हमारे पास Plan B नहीं होगा....?


दूसरी ओर... एक आदमी हाथ में गन लिए हुए किसी को फोन करता है... और कहता है... Plan A फेल, राष्ट्रपति के जाने का वक्त हो गया है पर कुछ हुआ नहीं.... इसलिए मैं Plan B निष्पादित (excute) करने जा रहां हूं।

कुछ देर बाद , सीक्रेट स्थान पर....

राकेश: तो तुम सब कुछ जानती हो....



To Be Continued...
#mastermind
© Sankranti chauhan