सब झूठ ही तो है,
सब कुछ झूठा सा फ़साना
सब कुछ भ्रम ही तो है।
सब कुछ झूठा सा अफ़साना
सब कुछ हर कहीं दर्द ही तो है।
कभीं ख़ुशी कभी ग़म
सब कुछ एक भ्रम ही तो है।
अच्छे कर्म तो हैं । हिस्से में
मग़र हर पल दर्द ही तो है।
कभी ग़मों में ख़ुशी कभी
खुशियो मे ग़म, सब भ्रम ही तो है।
ना जाने कैसी हैं ये जिन्दगी की पहेली
जो अपना हैं,...
सब कुछ भ्रम ही तो है।
सब कुछ झूठा सा अफ़साना
सब कुछ हर कहीं दर्द ही तो है।
कभीं ख़ुशी कभी ग़म
सब कुछ एक भ्रम ही तो है।
अच्छे कर्म तो हैं । हिस्से में
मग़र हर पल दर्द ही तो है।
कभी ग़मों में ख़ुशी कभी
खुशियो मे ग़म, सब भ्रम ही तो है।
ना जाने कैसी हैं ये जिन्दगी की पहेली
जो अपना हैं,...