Wo zakham marham mohbbat baate tumhari
वो यादे तुम्हारी,
वो बाते तुम्हारी,
वो साथ तुम्हारा,
ये बे मतलब सा प्यार तुम्हारा,
ये सब नाम का रिश्ता मेरा तुम्हारा
कुछ नहीं चाहिए अब मुझे,
ना तुम ना तुम्हारी जरूरत,
ना तुम से जुड़ी कोई हसरत,
नहीं...
वो बाते तुम्हारी,
वो साथ तुम्हारा,
ये बे मतलब सा प्यार तुम्हारा,
ये सब नाम का रिश्ता मेरा तुम्हारा
कुछ नहीं चाहिए अब मुझे,
ना तुम ना तुम्हारी जरूरत,
ना तुम से जुड़ी कोई हसरत,
नहीं...