maa sabse alag hoti hai
मां एक फरिश्ता होती है
वो भी हंसती है
वो भी रोती है
उसकी खुशी मेरी खुशी से होती है
गम उसे भी है बस वो छिपा लेती है
मेरे दर्द को वो अपना बना लेती है
हां वो भी...
वो भी हंसती है
वो भी रोती है
उसकी खुशी मेरी खुशी से होती है
गम उसे भी है बस वो छिपा लेती है
मेरे दर्द को वो अपना बना लेती है
हां वो भी...