...

6 views

कभी सोचा न था!(Based on long distance relationships)(Part -2)
क्या करूँ क्या ना करूँ कुछ पता ही नहीं चला दोस्ती कब प्यार में बदल गई। वो लड़का नाम था उसका *अनुराग *उम्र में हंसिका से छोटा था और एक जरूरत सी बन गया था वो।
चलिए देखते हैं क्या हुआ उनके बीच ~~

जब उन दोनों ने आपस में बातें शुरू की एक दूसरे के साथ गाना गाना शुरू किया तो कुछ एहसास जुड़ते गए, दोनों एक दूसरे में खोने लगे जैसे पहले से जानते हों एक दूसरे को कभी लगा ही नहीं कि कोई अंजान व्यक्ति है ये। हर बात बताने लगे अपनी एक-दूसरे को ।हंसिका भूल ही गई कि कोई परिवार भी है उसका मन बहुत खुश रहने लगा जैसे नया जीवन सा मिल गया हो, फिर एक दिन अनुराग ने हंसिका को अपने दिल की बात कह डाली कि वो उसे पसंद करने लगा है हंसिका जैसे मूर्ति सी बन गई हो सुनकर, सोचने लगी ना कभी देखा ना मिली उससे कैसे और क्या कहूँ उससे एक तरफ परिवार और एक तरफ ये नया दोस्त अनुराग, पसंद तो हंसिका भी करने लगी थी पर परिवार से बंधी हुई थी कुछ नहीं बोली और चली गई।
फिर एक दिन अनुराग का गाया हुआ गाना देखा तो बहुत अच्छा लगा सुनकर, उसकी आवाज़ सुनकर मन खिल उठता था जाने क्या जादू था उसकी आवाज़ में कमेन्ट किए बिना खुद को रोक नहीं पाई, वो भी जैसे खुशी से पागल हो जाता था वो फिर हंसिका के लिए गाना गाने लगा, अनुराग को भी एक लगन सी लग गई थी रोज़ गाना गाने लगा हंसिका और अनुराग जैसे अपनी दुनिया में खोने से लगे, एक दिन अनुराग ने हंसिका से
वीडियो कॉल करने को कहा और वो मान गई, हंसिका तो उसे एक अच्छे दोस्त की तरह मानने लगी क्या पता था अनुराग आगे बढ़ जायेगा और फिरसे I love you बोलेगा वो, हंसिका
ने भी मज़ाक में I love you too बोल दिया और हंस पडी ।
एक मजे की बात पता चली की अनुराग विदेश में रहता था जो कभी मिल ना सकता था। जब उन्होंने एक दूसरे को देखा वीडियो कॉल में दोनों एक-दूसरे को देखा, देखकर देखते रह गए। हंसिका बहुत शर्मा रही थी। वो भूल ही गई थी कि वो तीन बच्चों की मां है और परिवार भी है, वो उन्हीं खुशियों के पलों को जीना चाहती थी। और रोज़ हंसिका को अनुराग के मैसेज का इंतजार रहने लगा। अनुराग का मैसेज आते ही खुशी से झूम उठती थी। जैसे अलग दुनिया में रहने लगी थी। इसका अंजाम तक ना सोचा था।
एक रात ने हंसिका के जीवन में तूफान ला दिया था जैसे सब तहस नहस हो गया हो। हंसिका रात को अनुराग से फोन पर बात कर रही थी मैसेज के द्वारा अचानक से उसके पति ने देख लिया और फोन छीन लिया मानो पैरों तले ज़मीन सी खिसक गई थी। लगा ये क्या हो गया मानो सपने में से किसी ने जगा दिया हो। पूरी रात उसकी उसके पति से झड़प चलती रही। हंसिका के पति ने पूछा किस्से बात चल रही थी उसने बताया दोस्त है उसके पति आग बबूला हो रहे थे। अव्यक्त(हंसिका पति) ने कभी सोचा न था कि हंसिका कभी ऐसा कर सकती है।
उस रात जैसे तैसे समझाकर शांत किया हंसिका ने अपने पति को और पति ने ये कहकर मान गए कि उससे बात करनी छोड़ दे, लेकिन ऐसा कैसे हो सकता था। दिल तो हंसिका का अनुराग ने चुरा लिया था वह नहीं मानी छुप छुपकर बात करने लगी, पर अनुराग ने कहा भी रहने देते हैं पर अब तो दिमाग हंसिका का डिस्टर्ब हो चुका था, अब तो उसके बिना जीना मुश्किल सा लगने लगा था, उससे रोज़ बातें करना अच्छा लगने लगा था, यही सिलसिला चलता रहा बीच बीच में पति से झगड़े भी होते फिर ठीक हो जाता इसीके चलते एक दिन अनुराग ने भी दिल तोड़ दिया यह कहकर की वो शादी कर रहा है बहुत रोई हंसिका बहुत मुश्किल से सम्भाला हंसिका ने अपने-आपको। बात करनी बंद कर दी दोनों ने, लेकिन एक दिन हंसिका के पति ऑफिस से आए और हंसिका पर गुस्सा होने लगे क्योंकि उसने फिर गाना गाया था बहुत समझाने पर भी वो नहीं मान रहे थे। हंसिका ने गुस्से में आकर फिरसे अनुराग से बातें शुरु कर दी उसने पहले तो रिस्पॉन्स नहीं दिया पर बाद में वो भी धीरे धीरे बात करने लगा छुप छुप कर, उसने हंसिका के कहने पर यू ट्यूब पर गाने भी अपलोड करने लगा सब शांति से चल रहा था, अचानक एक दिन फिर अव्यक्त ने हंसिका को यू ट्यूब पर अनुराग के गाने गाते हुए सुन लिया था तब भी हंगामा खड़ा कर दिया अव्यक्त ने, समझाया कि बात नहीं करते सिर्फ गाना सुनती हूं ,तो शांत हो गए।
एक दिन अनुराग ने एक सच बताया हंसिका को की उसका divorce हो गया है वो फिर समझ नहीं पाई की इतनी ज़ल्दी divorce कैसे हो सकता है फ़िर अनुराग ने सच्चाई बताई की उसने उससे एक झूट बोला था की वो unmarried हैं। पर हंसिका ने फिर भी उसे माफ़ किया और सोचा कोई बात नहीं कोई बात जरूर होगी।
क्योंकि प्यार जो करती थी तो गलतियाँ कहां नजर आती हैं।
ऐसे ही दो साल बीत गए पति ने शक करना नहीं छोड़ा और हंसिका ने बात करना अनुराग से। इन्हीं हंसिका की परेशानियों को देखते हुए अनुराग ने एक दिन किसी दूसरे रिश्ते में बंधने का फैसला लिया और हंसिका से दूरी बना ली और हंसिका को एकबार फिरसे दिल टूटने का एहसास झेलना पड़ा, लेकिन हंसिका ने भी अपने आप को खड़ा किया और जीवन में जीने लगी यह सोचकर कि इंसान कभी किसी का नहीं हुआ जो है सब ईश्वर का दिया हुआ है।
अपने परिवार में बच्चों मे मन लगाने लगी अपने हॉबी को एंजॉय करने लगी।
एक दिन हंसिका की बेटी ने एमबीबीएस के दाखिले के लिए पेपर पास कर लिया और उसका दाखिला UK यूनाइटेड किंगडम में हुआ जहां की अनुराग नौकरी करता था। हंसिका को अपनी बेटी के साथ जाना पड़ा, एक दिन बस में बैठकर uk में हंसिका और उसकी बेटी जा रहे थे हंसिका ने देखा आगे की सीट पर अनुराग और उसकी फ्रेंड बैठे थे, हंसिका को विश्वास न हुआ और चुपचाप अपने बस स्टॉप पर उतर गई।
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में जा पहुंचे हंसिका और उसकी बेटी दाखिला हुआ और घर वापस आ गए। एक दिन पार्क में एक लड़की से मुलाकात हुई कई दिनों तक मिलती रही और हंसिका और उस लड़की जिसका नाम था अलेक्जेंडर दोनों अच्छे दोस्त बन गए, अलेक्जेंडर ने एक दिन हंसिका को खाने पर बुलाया और उसी दिन हंसिका की बेटी* तान्या*की मुलाकात अनुराग से होती है कॉलेज में एक टीचर के रुप में। हंसिका घर जाती है अलेक्जेंडर के तो अनुराग को देखकर स्तब्ध रह जाती है और दोनों के एक आँख से आंसू बेह जाता है। फिर से हंसिका के सामने अनुराग को भगवान ने ला खड़ा किया। to be continued...
#love #relationship #heartbreak #longdistancerelationship #inspirational