ख़ुदा सबसे जुदा..
मस्जिद का मालूम नहीं, हाँ मुझ मे है इक ख़ुदा ज़रूर..
हुलिया क्या अब बयां करूँ , बस सबसे है वो जुदा हुज़ूर..
इसका भी है, उसका भी, मालिक है वो सबका ही
शराफत में,...
हुलिया क्या अब बयां करूँ , बस सबसे है वो जुदा हुज़ूर..
इसका भी है, उसका भी, मालिक है वो सबका ही
शराफत में,...