कहानी पप्पी
हनी अपनी जीवनसंगिनी को लेकर शादी के जोड़े में अपने घर लेकर आया दोनों अपने विवाहित जीवनमें ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे
हनी ऑफ़िस जाया करता था
तब मीनू घर में अकेली बोर होती थी
जब हनी घर आया तो मीनू बोली
मैं घर में अकेली बोर होती हूँ क्यों ना प्यारा सा पप्पी पाल ले
हनी बोला ये तो बहुत अच्छी बात है तुम्हारा अकेलापन दूर होगा और मैं भी उसकी देखभाल करूँगा
उन्हें क्या पता था कि वो क्या गलती करने जा रहे है
दोनों ही पप्पी देखभाल करते और पप्पी के साथ हँसी ख़ुशी से रहने लगे
हनी इतना घुल मिल गया था आते और जाते दोनों समय वो उसके साथ ही समय बिताने लगा
कुछ ही दिनों में हनी को allergy हो गई Dr. को दिखाया
Dr. ने कहा कि allergy हो गई है इसकी दवा दे देता हूँ
दवा खाके कुछ दिन ठीक हुआ जैसे ही दवा बंद की फिर से उसे वो ही allergy होने लगी है बार बार दवा खाता तो ठीक हो जाता दवा बंद करने पर फिर से बोई problem हो जाती काफ़ी दवाई खाने लगा
फिर Dr. ने बताया कि तुमको ये allergy तुम्हारे घर मैं जो पप्पी हैं उससे हुई है थोड़े दिन तो पप्पी को रखा
उसके बाद मैं जब तबियत ज़्यादा ख़राब होने लगी तो उन्होंने पप्पी को अपने से दूर कर दिया और दोनों पप्पी को याद करते थे उन्हें नहीं पता था कि ये पप्पी उन्हें क्या देने बाला था वो इस सब से अनजान थे इसमें पप्पी की भी कोई गलती नहीं थी उनके जीवन यही लिखा था
हनी बहुत बीमार रहने लगा उसका लीवर काफ़ी damage हो गयाऔर यह जानकर मीनू बहुत दुखी रहने लगी और ज़्यादा तबियत ख़राब होने लगी
हनी और मीनू फूटकर रोने लगे ये क्या हो गया हमारे जीवन वो अब पप्पी को याद नहीं करते थे उसे बुरा सपना समझदार अपने जीवन में भावों से निकाल दिया
एक दिन हनी की death हो गई मीनू का जीवन उजड़ गया और मीनू एकदम अकेली पड़ गई
कभी कभी अनजाने में इंसान को नहीं पता होता कि वो कर रहा है उसका नतीजा इतना भयानक होगा घर में ख़ुशी लेकर आये थे या मौत
इन्सान को सोचकर ही कदम उठाना चाहिये